Anupam Agarwal has taken over as Director (Finance) of ONGC Videsh Limited on 18th June 2022, Schedule ‘A’ CPSE and subsidiary of ONGC. Mr Agarwal was recommended to the position by Public Enterprise Selection Board (PESB) on 28th February 2022 and has been appointed to the post by the President of India.
Prior to this, Mr Agarwal served as Executive Director (Finance) in ONGC since January 2020. Mr Agarwal is a fellow member of the Institute of Cost Accountants of India and an associate member of The Institute of Company Secretaries of India. He is an alumnus of Lucknow University, where he obtained his Bachelor’s degree in Commerce and Master’s degree in Business Administration (Finance). He is also a Chartered Financial Analyst from the ICFAI Hyderabad.
Mr Agarwal joined ONGC in 1990 as Finance & Accounts Officer and rose to the position of Executive Director, Chief Corporate Finance where he handled varied assignments, such as Direct tax, Indirect tax, Policy matters, Investor relations, Corporate Budget & Project Appraisal, Bidding for NELP and DSF Blocks, etc. During his tenure in ONGC, he handled responsibilities in diversified roles at Corporate Office, Dehradun, Mumbai, Assam and Baroda.
श्री अनुपम अग्रवाल ने 18 जून 2022 को अनुसूची क कंपनी और ओएनजीसी की अनुषंगी कंपनी ओएनजीसी विदेश में निदेशक (वित्त) का पद संभाला। इस पद के लिए सार्वजनिक उपक्रम चयन बोर्ड (पीएसईबी) ने 28 फरवरी, 2022 को श्री अग्रवाल की अनुशंसा की थी और भारत के राष्ट्रपति द्वारा उनकी नियुक्ति की गयी।
इस पद को संभालने से पूर्व श्री अग्रवाली ने जनवरी, 2000 से ओएनजीसी में कार्यकारी निदेशक (वित्त) के पद पर अपनी सेवाएं दी। श्री अग्रवाल भारतीय लागत लेखाकार संस्थान के फेलो सदस्य हैं और भारतीय कंपनी संस्थान के एसोसिएट सदस्य हैं। वे लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र है, जहॉं उन्होंने वाणिज्य में स्नातक और व्यवसाय प्रशासन (बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) (वित्त) में स्नातकोत्तर किया है।
वे आईसीएफएआई हैदराबार से चार्टर्ड फाइनेंशियल एनलिस्ट भी हैं।
श्री अग्रवाल वर्ष 1990 में वित्त एवं लेखा अधिकारी के रूप में ओएनजीसी में शामिल हुए थे और कार्यकारी निदेशक, मुख्य कॉरपोरेट वित्त के पद तक पदोन्नत हुए। इन पदों पर रहते हुए उन्होंने प्रत्यक्ष कर, अप्रत्यक्ष कर, नीतिगत मामले, निवेशक संबंध, कॉरपोरेट बजट एवं परियोजना मूल्यांकन, नेल्प और डीएसएफ के लिए बोली इत्यादि जैसे समनुदेशनों पर कार्य किया। ओएनजीसी में उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कॉरपोरेट कार्यालय, देहरादून, मुंबई, असम और बड़ौदा में विविध जिम्मेदारियों का निवर्हन किया।